पैरों और हड्डियों में दर्द का सबसे बड़ा कारण हैं ये विटामिन, जानिए कैसे दूर होगी कमी, क्या खाना चाहिए?


हड्डियों और पैरों का दर्द बहुत बढ़ जाता है और कई बार असहनीय हो जाता हैं। शरीर में कुछ खास विटामिन और मिनरल कम होने पर हड्डियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इसका बड़ा कारण शरीर में पोषण की कमी को माना जाता हैं। 

पैरों और हड्डियों में दर्द लोगो को बहुत परेशान करता है। खासतौर से रात के वक्त जब ये दर्द बढ़ जाता है तो सोना भी मुश्किल हो जाता है। हड्डियों में दर्द का बड़ा कारण शरीर में पोषक तत्वों और विटामिन की कमी हो सकती है। ऐसे कई विटामिन है जो बोन्स पर सीधा असर डालते है। 

शरीर में जब इन दोनों विटामिन की कमी होने लगती है तो दर्द तीखा हो जाता है। वही शरीर में विटामिन B12 की कमी होने या आयरन कम होने पर भी पैरों में दर्द, हड़कल और क्रैम्प्स आने लगते। हैं।  


जानिए हड्डियों और पैरों  के दर्द को दूर करने के लिए क्या करें ?


हड्डियों और पैरों में दर्द किस विटामिन की कमी से होता हैं?

   विटामिन डी (Vitamin-D)

   कैल्शियम (Calcium)

   विटामिन B12 (Vitamin-B12)

   आयरन (Iron)

जिन लोगों को बिना किसी बात के लंबे समय से ये समस्या हो रही है उन्हें एक बार विटामिन डी और कैल्शियम का टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए। 

विटामिन डी के लिए क्या खाएं :

     विटामिन डी के लिए खाने में गाय का दूध, पनीर, अंडा, डेयरी उत्पाद और प्लांट बेस्ड फूड का सेवन करें। 

कैल्शियम के लिए क्या खाएं :

     कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए रोजाना एक गिलास दूध पीये। खाने में अंडा, पनीर और दही सेवन करें। इसके आलावा हरी सब्जियां, संतरा और नट्स डाइट में शामिल करें। 

विटामिन B12 के लिए क्या खाएं :

      विटामिन B12 के लिए अंडा, दूध, पनीर, मछली, फोर्टिफाइड अनाज, मीट और प्लांट बेस्ड मिल्क का सेवन करें। 

आयरन के लिए क्या खाएं :

     शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए रोजाना भीगी किशमिश खाएं। हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली और आदि। चुकंदर रोजाना खाएं। इससे कमी पूरी होगी। 


Disclaimer:

इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने या अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से सम्बंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Who's-What? किसी भी प्रकार के दावे की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता हैं।